प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार त्रिनिदाद और टोबैगो का दौरा करेंगे। यह ऐतिहासिक दौरा भारतीय प्रवासियों के 180 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय समुदाय के साथ संबंधों को मजबूत करना और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है।

भारतीय प्रवासियों के 180 साल

त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासियों का इतिहास 1845 से शुरू होता है, जब भारतीय मजदूरों को गन्ने के खेतों में काम करने के लिए यहां लाया गया था। आज, भारतीय मूल के लोग इस देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा हैं और उन्होंने यहां की संस्कृति, राजनीति और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

PM मोदी का दौरा क्यों है खास?

यह दौरा इसलिए खास है क्योंकि यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री त्रिनिदाद और टोबैगो का दौरा कर रहे हैं। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी भारतीय समुदाय के साथ संवाद करेंगे और उनके योगदान को सम्मानित करेंगे। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।

त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय

त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय समुदाय ने अपनी संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखा है। यहां होली, दिवाली और अन्य भारतीय त्योहार बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं। भारतीय मूल के लोग यहां राजनीति, शिक्षा और व्यापार में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।

दौरे का एजेंडा

प्रधानमंत्री मोदी के दौरे का मुख्य एजेंडा भारतीय समुदाय के साथ संवाद करना और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है। इसके अलावा, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सहयोग और डिजिटल तकनीक जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होने की संभावना है।

भारत-त्रिनिदाद संबंध

भारत और त्रिनिदाद और टोबैगो के बीच लंबे समय से मजबूत संबंध रहे हैं। दोनों देश संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक-दूसरे का समर्थन करते रहे हैं। इस दौरे से इन संबंधों को और गहरा करने की उम्मीद है।

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