NCP नेता और विधायक जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) ने हाल ही में एक विवादित बयान दिया है, जिसमें उन्होंने Sanatan Dharma को लेकर तीखी टिप्पणी की। Malegaon Verdict के बाद उन्होंने कहा कि Sanatan Dharma ने India को बर्बाद कर दिया है। उनके इस बयान ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है।

जितेंद्र आव्हाड ने यह बयान Malegaon Bomb Blast Case के फैसले के बाद दिया। उन्होंने कहा कि Sanatan Dharma ने हमेशा समाज को बांटने का काम किया है और यह India की प्रगति में बाधा बना हुआ है। उनके इस बयान के बाद कई राजनीतिक दलों और धार्मिक संगठनों ने उनकी आलोचना की है।

Malegaon Verdict के बाद क्यों आया यह बयान?

Malegaon Bomb Blast Case का फैसला हाल ही में आया, जिसमें कई आरोपियों को बरी कर दिया गया। इस फैसले के बाद जितेंद्र आव्हाड ने Sanatan Dharma पर निशाना साधते हुए कहा कि यह धर्म समाज में असमानता और भेदभाव को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि India को आगे बढ़ने के लिए इन पुरानी विचारधाराओं से बाहर निकलना होगा।

उनके इस बयान के बाद BJP और अन्य हिंदू संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। BJP नेताओं ने इसे हिंदू धर्म का अपमान बताया और आव्हाड से माफी की मांग की। वहीं, कुछ सामाजिक संगठनों ने उनके बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह एक विचारशील चर्चा का हिस्सा है।

Sanatan Dharma पर विवाद क्यों?

Sanatan Dharma को लेकर विवाद कोई नई बात नहीं है। यह धर्म India की प्राचीन संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है। हालांकि, कुछ लोग इसे जातिवाद और भेदभाव का कारण मानते हैं। जितेंद्र आव्हाड ने इसी मुद्दे को उठाते हुए कहा कि Sanatan Dharma ने समाज को बांटने का काम किया है।

उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे सही ठहरा रहे हैं, जबकि अन्य इसे धर्म का अपमान मान रहे हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

जितेंद्र आव्हाड के बयान पर राजनीतिक दलों ने भी प्रतिक्रिया दी है। BJP ने इसे हिंदू धर्म पर हमला बताया और कहा कि यह बयान India की संस्कृति और परंपराओं का अपमान है। वहीं, NCP ने आव्हाड का बचाव करते हुए कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है और इसे पार्टी की राय नहीं माना जाना चाहिए।

इस विवाद ने एक बार फिर धर्म और राजनीति के बीच के संबंधों को उजागर कर दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा किस दिशा में जाता है।

Share.