9वें ISC-FICCI Sanitation Awards 2025 के लिए India Sanitation Coalition (ISC) ने HSBC इंडिया, ITC, Reckitt और GMR Varalakshmi Foundation के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है, ताकि स्वच्छता, ठोस-कचरा प्रबंधन और वेस्टवॉटर उपचार जैसे क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य करने वालों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा सके . यह अवॉर्ड्स श्रृंखला FICCI-ISC की संयुक्त पहल है, जिसका मकसद सरकार, उद्योग, सिविल सोसाइटी और समुदायों के सहयोग से स्वच्छता में बेहतरीन मॉडलों को सामने लाना है.
दोस्तों, आपने भी नोटिस किया होगा—पब्लिक टॉयलेट्स की हालत बदली है, कचरे का बेहतर प्रबंधन दिखने लगा है, और शहरों की सफाई की रैंकिंग में कई जगह सुधार आया है। ठीक इसी बदलाव को गति देने और सही काम करने वालों की पहचान करने के लिए ISC-FICCI Sanitation Awards 2025 जैसे मंच बेहद अहम हैं। इसी सिलसिले में इस साल की सबसे बड़ी ख़बर यह है कि प्रतिष्ठित कॉरपोरेट्स और फाउंडेशंस—HSBC इंडिया, ITC, Reckitt और GMR Varalakshmi Foundation—सीधे मैदान में उतरकर इस पहल को और मजबूत कर रहे हैं. India Sanitation Coalition खुद एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो 2015 में FICCI के साथ लॉन्च हुआ था, और तब से देशभर में संगठनों व व्यक्तियों को साथ लाकर टिकाऊ स्वच्छता समाधान पर काम कर रहा है.
इस बार 9वां संस्करण हो रहा है—यानी यह पहल कोई नई नहीं, लगातार बढ़ती प्रभाव वाली है। 2024 में 8वें एडिशन ने भी लीडर्स से लेकर उभरती प्रतिभाओं तक, उन सभी को सम्मानित किया जो स्वच्छता के मैदान में वास्तविक बदलाव ला रहे थे. गौर करने वाली बात यह भी है कि ISC-FICCI Sanitation Awards की शुरुआत 2017 में हुई थी और इसे भारत में स्वच्छता क्षेत्र का पहला प्रमुख उद्योग-नेतृत्वित अवॉर्ड मंच माना गया—ताकि अच्छे मॉडल्स स्केल हों और सीखें तेजी से फैलें. आपने भी देखा होगा—जब किसी शहर/संस्था के अच्छे काम को नेशनल लेवल पर पहचान मिलती है, तो बाकी जगहें भी उसी दिशा में तेज़ हो जाती हैं। क्या आपके शहर में भी ऐसी कोई पहल दिखी है जिसे आप नामांकन देते?
इस साल का फोकस क्या है? पार्टनरशिप की घोषणा साफ़ संकेत देती है कि निजी क्षेत्र का स्केल, फंडिंग और इनोवेशन, सामाजिक संगठनों की जमीन से जुड़ी समझ और सरकार की प्राथमिकताओं के साथ मिलकर बड़े स्तर पर इम्पैक्ट पैदा कर सकते हैं. ISC का मूल काम ही यही रहा है—रूरल और अर्बन दोनों इलाकों में स्वच्छता, वेस्टवॉटर ट्रीटमेंट और सॉलिड-वेस्ट मैनेजमेंट के व्यावहारिक समाधान ढूंढकर उनको जमीन पर लागू करवाना. FICCI के साथ 2015 से बनी साझेदारी इस अभियान को विश्वसनीय मंच और इंडस्ट्री नेटवर्क देती है. यही कारण है कि यह अवॉर्ड्स नीति और क्रियान्वयन—दोनों को जोड़ते हैं: एक तरफ़ बेस्ट प्रैक्टिसेज, दूसरी तरफ़ स्केल-अप की संभावना।
कुछ अहम हाईलाइट्स, जो इस बार चर्चा में रहेंगे:
- बड़े कॉरपोरेट पार्टनर्स का ऑन-बोर्ड आना—HSBC इंडिया, ITC, Reckitt, GMR Varalakshmi Foundation—अवार्ड्स के प्रभाव, पहुंच और विश्वसनीयता को बढ़ाता है.
- लगातार 9वां संस्करण—यानी कन्सिस्टेंसी और ट्रैक रिकॉर्ड मजबूत.
- ISC की 2015 से चल रही कोलैबोरेटिव थिंकिंग—ग्रामीण और शहरी, दोनों संदर्भों में टिकाऊ समाधान.
क्या आपने भी किसी स्कूल, पंचायत, स्टार्टअप, या नगर-निकाय द्वारा शुरू की गई ऐसी पहल देखी है, जहाँ टॉयलेट मेंटेनेंस, स्वच्छ जल, या कचरा-स्रोत पर अलगाव जैसी प्रैक्टिस ने वास्तविक बदलाव लाया हो? कमेंट में बताएं—ऐसी कहानियाँ सिर्फ प्रेरणा नहीं, नीति-निर्माण का मसौदा भी बनती हैं।
देश में स्वच्छता का एजेंडा आज सिर्फ़ शौचालय निर्माण भर नहीं रहा—अब बात ऑपरेशन-एंड-मेंटेनेंस, फेकल स्लज मैनेजमेंट, प्लास्टिक वेस्ट रिडक्शन और सर्कुलर इकोनॉमी की हो रही है। ISC जैसे प्लेटफॉर्म का रोल यहां बढ़ जाता है क्योंकि वे इंडस्ट्री, सरकार और सिविल सोसाइटी—सबको एक फ्रेम में लाकर समाधान को स्केलेबल और मेज़रबल बनाते हैं. दिलचस्प बात यह है कि ISC को पूर्व में स्वच्छ भारत मिशन के संदर्भ में कॉर्पोरेट श्रेणी में भी मान्यता मिल चुकी है, जो इसकी विश्वसनीयता को और पुख़्ता बनाता है.
नेक्स्ट स्टेप्स क्या हो सकते हैं? आमतौर पर ऐसे अवॉर्ड्स में एप्लीकेशन विंडो, शॉर्टलिस्टिंग, फील्ड वेरिफिकेशन और ज्यूरी राउंड्स होते हैं। 2024 में आवेदन की आखिरी तारीख 5 मई थी—इससे समझ आता है कि प्रक्रिया व्यवस्थित और समयबद्ध रहती है. अगर आप किसी संस्था, स्टार्टअप, नगर-निकाय, स्कूल या फाउंडेशन से जुड़े हैं, तो इस साल की प्रक्रियाओं पर नज़र रखना फायदेमंद रहेगा। क्या आप भी इस बार आवेदन करने की सोच रहे हैं?
कहाँ तस्वीरें/इन्फोग्राफिक्स उपयोगी रहेंगे?
- अवॉर्ड्स ब्रांडिंग + पार्टनर्स का लोगो कोलाज: कहानी की शुरुआत में।
- भारत का मानचित्र: उन राज्यों/शहरों के उदाहरण जहाँ पिछली बार विजेताओं ने प्रभाव दिखाया—यदि आपके पास डेटा/उदाहरण हों तो।
- वेस्ट मैनेजमेंट फ्लो-डायग्राम: कचरे के स्रोत से लेकर रिसोर्स रिकवरी तक।
- पहले और बाद (Before-After) तस्वीरें: टॉयलेट O&M, वार्ड-लेवल कलेक्शन, कम्पोस्टिंग यूनिट्स इत्यादि।
बड़ी बात—यह पहल सिर्फ सम्मान नहीं; यह नेशनल लेवल पर एक सिग्नल है कि कौन-सी रणनीतियाँ काम कर रही हैं। और जब इंडस्ट्री के बड़े नाम—HSBC इंडिया, ITC, Reckitt, GMR Varalakshmi Foundation—इस प्लेटफॉर्म के साथ आते हैं, तो यह सिग्नल और तेज़, और दूर तक जाता है.
People Also Ask (FAQs)
- ISC-FICCI Sanitation Awards 2025 क्या है? यह स्वच्छता, कचरा प्रबंधन और वेस्टवॉटर जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले संगठनों/व्यक्तियों को सम्मानित करने का राष्ट्रीय मंच है, जिसे India Sanitation Coalition और FICCI मिलकर आयोजित करते हैं.
- इस साल कौन-कौन पार्टनर बने हैं? HSBC इंडिया, ITC, Reckitt और GMR Varalakshmi Foundation ने रणनीतिक साझेदारी की है.
- ISC क्या करता है? ISC एक प्लेटफॉर्म है जो 2015 से संगठन और व्यक्तियों को साथ लाकर ग्रामीण व शहरी स्वच्छता, सॉलिड-वेस्ट और वेस्टवॉटर समाधान पर काम करता है.
- पिछले एडिशन की खास बात क्या रही? 2024 का 8वां एडिशन नेताओं से लेकर उभरती प्रतिभाओं तक—परिवर्तनकारी कार्यों को पहचान देने पर केंद्रित था; आवेदन की अंतिम तिथि 5 मई 2024 घोषित हुई थी.