हाल ही में भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक के बाद भारतीय शेयर बाजार में हलचल देखी गई। इस घटना का असर BSE Sensex और NSE Nifty पर भी पड़ा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं बाजार में अस्थिरता लाती हैं, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह चिंता का विषय नहीं है।

ऑपरेशन सिंदूर का शेयर बाजार पर प्रभाव (Impact of Operation Sindoor on Stock Market)

ऑपरेशन सिंदूर के बाद बाजार में शुरुआती गिरावट देखी गई। BSE Sensex ने 300 अंकों की गिरावट दर्ज की, जबकि NSE Nifty भी 100 अंकों तक नीचे चला गया। हालांकि, दिन के अंत तक बाजार ने कुछ हद तक रिकवरी कर ली। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं बाजार में अस्थायी प्रभाव डालती हैं और निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है।

शेयर बाजार में अस्थिरता के कारण (Reasons for Market Volatility)

ऐसी घटनाओं के बाद बाजार में अस्थिरता के कई कारण हो सकते हैं:

  • सीमा पर बढ़ता तनाव और इसके आर्थिक प्रभाव।
  • विदेशी निवेशकों (Foreign Institutional Investors) की प्रतिक्रिया।
  • मुद्रा बाजार (Currency Market) में उतार-चढ़ाव।

इन सभी कारणों से बाजार में अस्थिरता बढ़ जाती है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशकों को इनसे घबराने की जरूरत नहीं है।

शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं अल्पकालिक प्रभाव डालती हैं। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे घबराहट में आकर अपने पोर्टफोलियो में बदलाव न करें। इसके बजाय, उन्हें अपने दीर्घकालिक निवेश लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है और इस तरह की घटनाओं का दीर्घकालिक प्रभाव नहीं पड़ेगा। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की मौजूदा स्थिति का फायदा उठाकर अच्छे स्टॉक्स में निवेश करें।

यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में बाजार किस दिशा में आगे बढ़ता है।

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