दिल्ली में हुए हाई-प्रोफाइल BMW हादसे ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। इस हादसे में एक वरिष्ठ वित्त मंत्रालय अधिकारी नवजोत सिंह की मौत हो गई थी। आरोपी गगनप्रीत कौर ने कोर्ट में दावा किया है कि इस दुर्घटना के लिए केवल उसे ही नहीं, बल्कि दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बस और एक एंबुलेंस को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। इस बयान ने मामले को और भी पेचीदा बना दिया है, और कोर्ट में तीखी बहस छिड़ गई है।

क्या है पूरा मामला?
यह हादसा दिल्ली के धौला कुआं इलाके में हुआ, जब गगनप्रीत कौर की BMW कार ने एक बाइक को टक्कर मार दी। बाइक सवार नवजोत सिंह, जो वित्त मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारी थे, इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद गगनप्रीत कौर को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें 27 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
आरोपी का बयान: DTC बस और एंबुलेंस को ठहराया जिम्मेदार
गगनप्रीत कौर ने कोर्ट में दावा किया कि हादसे के समय एक DTC बस और एक एंबुलेंस भी घटनास्थल पर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि DTC बस ने सड़क पर गलत तरीके से गाड़ी चलाई, जिससे हादसे की स्थिति बनी। इसके अलावा, उन्होंने आरोप लगाया कि एंबुलेंस ने घायल को समय पर मदद नहीं दी, जिससे नवजोत सिंह की जान बचाई जा सकती थी।कौर के वकील ने कोर्ट में यह भी तर्क दिया कि हादसे के लिए अन्य पक्षों को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और केवल उनकी मुवक्किल को दोषी ठहराना उचित नहीं है।
अभियोजन पक्ष का जवाब: “यह बचाव का प्रयास है”
अभियोजन पक्ष ने गगनप्रीत कौर के इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि यह केवल “बचाव का प्रयास” है। उन्होंने कहा कि हादसे के लिए मुख्य रूप से गगनप्रीत कौर की लापरवाही जिम्मेदार है। अभियोजन पक्ष ने यह भी तर्क दिया कि आरोपी का ध्यान सड़क पर नहीं था और वह तेज गति से गाड़ी चला रही थीं, जिससे यह दुखद घटना हुई।
हादसे के बाद की कानूनी प्रक्रिया
इस मामले में गगनप्रीत कौर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 279 (लापरवाही से वाहन चलाना), और 337 (दूसरों की जान को खतरे में डालना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।आरोपी के वकील ने FIR में भी खामियां बताते हुए कहा कि यह पुलिस की ओर से सही तरीके से दर्ज नहीं की गई है। उन्होंने दावा किया कि FIR में दर्ज बयान और DCP के बयान में विरोधाभास है।
DTC बस और एंबुलेंस की भूमिका पर सवाल
गगनप्रीत कौर के आरोपों के बाद DTC बस और एंबुलेंस की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। हालांकि, अभी तक इन दोनों पक्षों के खिलाफ कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है।
- DTC बस: DTC बस के ड्राइवर पर आरोप है कि उसने सड़क पर गलत तरीके से गाड़ी चलाई, जिससे हादसे की स्थिति बनी। हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
- एंबुलेंस: आरोपी ने यह भी दावा किया कि एंबुलेंस ने घायल को समय पर मदद नहीं दी। लेकिन, एंबुलेंस की जिम्मेदारी और उसकी भूमिका पर अभी जांच जारी है।
हादसे के सामाजिक और कानूनी पहलू
यह मामला केवल एक सड़क दुर्घटना तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कई बड़े सवाल खड़े करता है।
- सड़क सुरक्षा: दिल्ली जैसे बड़े शहरों में सड़क दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं।
- AI और CCTV की भूमिका: क्या इस मामले में सड़क पर लगे CCTV कैमरों की फुटेज से सच्चाई सामने आ सकती है?
- कानूनी प्रक्रिया: क्या आरोपी का DTC बस और एंबुलेंस को जिम्मेदार ठहराना केवल एक बचाव का तरीका है, या इसमें कोई सच्चाई है?
