महाराष्ट्र साइबर सेल ने एक बार फिर कॉमेडियन समय रैना को समन भेजा है। यह समन उस विवादित यूट्यूब शो के संबंध में है, जिसमें रणवीर अल्लाहबादिया ने एक अश्लील टिप्पणी की थी। इस मामले में समय रैना को 18 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे अपने अमेरिका और कनाडा के कॉमेडी टूर के कारण उपस्थित नहीं हो सके थे।

समय रैना ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपना बयान दर्ज कराने का अनुरोध किया था, लेकिन साइबर सेल ने इसे अस्वीकार कर दिया। अब उन्हें फिर से समन भेजा गया है और उनसे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने को कहा गया है। साइबर सेल के एक अधिकारी ने बताया कि समय रैना को जल्द ही नया समन भेजा जाएगा।

इस मामले की शुरुआत तब हुई जब रणवीर अल्लाहबादिया ने “इंडियाज गॉट लेटेंट” नाम के एक यूट्यूब शो में एक प्रतियोगी से अश्लील सवाल पूछा। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया और कई लोगों ने इसकी शिकायत की। इसके बाद महाराष्ट्र साइबर सेल ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की।

रणवीर अल्लाहबादिया ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था और यह एक गलती थी। वहीं, समय रैना ने भी इस विवाद के बाद अपने यूट्यूब चैनल से “इंडियाज गॉट लेटेंट” के सभी वीडियो हटा दिए हैं।

इस मामले में अब तक 40 से ज्यादा लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है। साइबर सेल के अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और जल्द ही सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला ऑनलाइन कंटेंट और सोशल मीडिया पर बढ़ते विवादों की ओर इशारा करता है। पिछले कुछ सालों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियों या पोस्ट के कारण लोगों को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। इससे यह साफ होता है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर भी लोगों को अपने शब्दों और व्यवहार के प्रति सावधान रहने की जरूरत है।

महाराष्ट्र साइबर सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वे इस तरह के मामलों को बहुत गंभीरता से लेते हैं। उन्होंने कहा, “हमारा मकसद सिर्फ लोगों को सजा देना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल जिम्मेदारी से किया जाए। हम चाहते हैं कि लोग समझें कि उनके शब्दों का क्या असर हो सकता है।”

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कुछ सीमाएं होनी चाहिए। कई लोगों का मानना है कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, जबकि कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला मानते हैं।

समय रैना और रणवीर अल्लाहबादिया जैसे प्रसिद्ध यूट्यूबर्स पर इस तरह के आरोप लगने से यह भी साफ होता है कि सोशल मीडिया स्टार्स की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। उनके फॉलोअर्स की संख्या जितनी ज्यादा होती है, उनकी जिम्मेदारी भी उतनी ही बढ़ जाती है।

इस पूरे मामले ने एक बार फिर यह बहस छेड़ दी है कि क्या ऑनलाइन कंटेंट के लिए कोई नियम-कानून होने चाहिए। कई विशेषज्ञों का मानना है कि इस दिशा में कुछ ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

महाराष्ट्र साइबर सेल के एक अन्य अधिकारी ने बताया, “हम लगातार ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। हमारा मकसद है कि इंटरनेट एक सुरक्षित जगह बने, जहां लोग बिना किसी डर के अपनी बात रख सकें। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कोई भी कुछ भी कह सकता है।”

इस मामले में आने वाले दिनों में और भी कई मोड़ आ सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि समय रैना इस बार साइबर सेल के समन का जवाब कैसे देते हैं और क्या वे व्यक्तिगत रूप से पूछताछ के लिए उपस्थित होते हैं। साथ ही, यह भी देखने वाली बात होगी कि इस पूरे मामले का क्या नतीजा निकलता है और क्या इससे भविष्य में ऑनलाइन कंटेंट को लेकर कोई नए नियम-कानून बनते हैं।

Share.